सीआरपीएफ (CRPF) के अफसरों के Ration Money भत्ते को बंद कर दिया गया है, जिससे उन्हें हर महीने करीब 4000 रुपये का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय की Police 2 Division ने इस संबंध में आदेश जारी किया, जिसके बाद CRPF मुख्यालय ने सहायक कमांडेंट से लेकर कमांडेंट रैंक के अधिकारियों का Ration Money भत्ता रोकने का फैसला लिया है। पहले यह भत्ता हर अधिकारी को मिलता था, चाहे वह किसी भी Group Centre, Sector या Training Centre में तैनात हो, लेकिन अब यह सुविधा सिर्फ Duty Battalion में कार्यरत अफसरों को ही मिलेगी।
इस निर्णय से CRPF के कई अधिकारियों में असंतोष और निराशा है। उनका मानना है कि Ration Money भत्ता उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करता था, और इसके बंद होने से उनकी वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। कई अफसरों ने इसे उनके मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला बताया है, खासकर Ground Commander, Deputy Commandant, Second-in-Command और Commandant रैंक के अफसर इससे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
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सितंबर 2020 में CRPF मुख्यालय ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि योग्य कर्मियों को Detachment Allowance और Ration Money भत्ता दोनों मिलेंगे। उस समय Sainik, Havildar, ASI, SI, Inspector, Assistant Commandant, Deputy Commandant, Second-in-Command और Commandant सभी रैंकों को दोनों भत्ते दिए जा रहे थे। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी यह आदेश दिया था कि Detachment Allowance और Ration Money एक साथ देने में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि ये दोनों भत्ते अलग-अलग स्थितियों में दिए जाते हैं और इनका एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है।
हालांकि, अब नए आदेश में साफ कर दिया गया है कि सिर्फ Duty Battalion में तैनात कर्मियों को ही Ration Money भत्ता मिलेगा। जो अधिकारी विभिन्न Group Centres, Sectors, Directorates या Training Centres में तैनात हैं, वे इस भत्ते से वंचित हो जाएंगे। इसका असर Group Centre Srinagar, RTC Srinagar, और Srinagar Sector Office जैसे कई स्थानों पर देखा जा रहा है, जहां इस आदेश को लागू किया गया है।
अफसरों का कहना है कि Ration Money भत्ता बंद करने का यह निर्णय उनके अधिकारों के खिलाफ है और इससे उनकी मानसिक और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह भत्ता उनके दैनिक जीवन की एक महत्वपूर्ण जरूरत थी, जिसे बंद करना अनुचित है, खासकर उन अफसरों के लिए जो Duty Battalion से बाहर कार्यरत हैं।