क्या अपने खाया है Kodo Millet ? जिसने ली 10 हाथियों की जान । Wait Loss के लिए है काफ़ी फायदेमंद

Kodo Millet क्या है?

Kodo Millet (Paspalum scrobiculatum), जिसे “cow grass” या “rice grass” भी कहा जाता है, एक अनाज है जो मध्य भारत, खासकर दक्कन के पठार में उगाया जाता है। हाल ही में मध्यप्रदेश Bandhavgarh Tiger Reserve का एक मामला सामने आया है जहाँ 10 हाथियों की जान चली गई और जिसके चलते बीटीआर निदेशक गौरव चौधरी और प्रभारी सहायक वन संरक्षक फतेह सिंह निनामा को निलंबित कर दिया गया।रविवार को सीएम ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में किसी भी कीटनाशक (हाथियों द्वारा खाए गए भोजन में) या “किसी अन्य पक्ष” की भूमिका की ओर इशारा नहीं किया गया है, उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो या तीन दिनों में आ जाएगी। Kodo Millet को फिलीपींस, इंडोनेशिया, वियतनाम, पश्चिम अफ्रीका, पाकिस्तान और थाईलैंड में भी उगाया जाता है। यह अनाज fiber में उच्च होता है और इसे asthma, migraine और high blood pressure जैसी समस्याओं के प्रबंधन में सहायक माना जाता है।

यह मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में उत्पादित होता है और इसका उपयोग idli, dosa, papad, chakli, porridge, और roti जैसी पारंपरिक व्यंजनों में किया जाता है। tribal और आर्थिक रूप से कमजोर समुदायों के लिए यह मुख्य भोजन है क्योंकि यह drought-resistant और लंबे समय तक संग्रहीत किया जा सकने वाला अनाज है।

Kodo Millet जानवरों के लिए कैसे हो सकता है जहरीला?

कुछ अध्ययन बताते हैं कि Kodo Millet में fungal infection का खतरा अधिक होता है। यह फंगल संक्रमण अनाज में Cyclopiazonic Acid (CPA) जैसे mycotoxins का उत्पादन करता है, जो जानवरों के लिए खतरनाक हो सकता है। 1922 में Indian Medical Gazette में पहली बार kodo millet poisoning का उल्लेख किया गया था, और 1983 में इसे खाने से हाथियों की मृत्यु के मामले दर्ज किए गए थे।

Kodo Millet कैसे बनता है जहरीला?

फंगस से संक्रमित Kodo Millet में CPA और aflatoxin जैसे जहरीले तत्व बनते हैं। इससे जानवरों में nervous और cardiovascular systems पर असर होता है, जिसके कारण उन्हें vomiting, dizziness, unconsciousness, और muscle tremors जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये जहर जानवरों के liver और heart को नुकसान पहुंचाता है और gastrointestinal system में जलन उत्पन्न कर सकता है।

Kodo Millet

हाथियों की मौत कैसे हुई?

मध्य प्रदेश के Bandhavgarh Tiger Reserve में दस हाथियों की मौत का कारण Kodo Millet में मौजूद mycotoxins को माना जा रहा है। 29 अक्टूबर को Khitoli range में चार हाथियों की मौत हुई, उसके बाद अगले दिन चार और और फिर तीसरे दिन दो हाथी मृत पाए गए। डॉक्टरों ने इन हाथियों में Cyclopiazonic Acid (CPA) और अन्य mycotoxins के कारण होने वाले लक्षण देखे। जांच में pesticides या अन्य बाहरी कारणों को नकारा गया है।

Kodo Millet Poisoning से कैसे बच सकते हैं?

Kodo Millet Poisoning से बचने के लिए कई शोधकर्ता biological control का सुझाव देते हैं, जिसमें fungal infection को control करने के लिए microbes का उपयोग होता है। इसके अलावा, सही agricultural practices का पालन और post-harvest management जैसे hermetic (airtight) containers में storage करने से fungal infection को रोका जा सकता है।

इस घटना की जांच के लिए एक five-member टीम गठित की गई है, और Wildlife Crime Control Bureau और Ministry of Environment की टीमों ने भी स्थल पर जाकर जांच शुरू कर दी है।

Kodo Millet के पोषण और स्वास्थ्य लाभ

Kodo Millet (Eleusine coracana), जिसे “Ditch Millet” या “Varagu” भी कहा जाता है, एक प्राचीन अनाज है जिसे इसके अनोखे पोषण और स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। 3,000 साल पहले भारत में पालतू बनाया गया यह अनाज Asia और West Africa में उगाया जाता है। हालाँकि यह ragi और jowar जैसे millets की तरह प्रसिद्ध नहीं है, लेकिन इसमें बेहतरीन प्रोटीन, फाइबर और खनिज पाए जाते हैं। चलिए जानते हैं कि Kodo Millet हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है।

100 ग्राम Kodo Millet में पोषण तत्व

पोषक तत्वमात्रा (100g)
Protein8.92g
Fat2.55g
Dietary fiber6.39g
Iron2.34 mg
Calcium15.27 mg
Potassium94 mg
Phosphorus188 mg
Niacin1.49 mg

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Kodo Millet के स्वास्थ्य लाभ

  1. Diabetes Management में सहायक
    Kodo millet का low glycemic index और उच्च fiber सामग्री इसे diabetes प्रबंधन के लिए बेहतरीन बनाता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और glycated hemoglobin को कम करता है, जिससे diabetic व्यक्तियों को ऊर्जा स्तर में वृद्धि मिलती है।
  2. Weight Loss में मददगार
    Kodo millet में कम fat और उच्च फाइबर होता है, जो पेट को भरा हुआ महसूस कराता है और ओवरईटिंग से बचाता है। यह विशेष रूप से post-menopausal महिलाओं के लिए फायदेमंद है जिन्हें high cholesterol, dyslipidemia और high blood pressure जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  3. Antioxidant और Antimicrobial गुण
    Kodo में phenolics, tannins और phytates जैसे antioxidants होते हैं जो शरीर को oxidative stress से बचाते हैं। इसमें मौजूद polyphenols में antimicrobial गुण भी होते हैं जो हानिकारक bacteria से लड़ते हैं।
  4. Gluten-Free विकल्प
    Kodo millet पूरी तरह से gluten-free होता है, इसलिए celiac disease या gluten intolerance वाले लोग इसे आराम से खा सकते हैं। इससे वे बिना किसी परेशानी के विभिन्न व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।
  5. Nervous System के लिए लाभकारी
    Kodo में lecithin नामक एक महत्वपूर्ण compound होता है जो nervous system को मजबूत करता है। यह choline प्रदान करता है, जो brain में संचार को सुधारने में मदद करता है और cognitive health को बढ़ावा देता है।
  6. Minerals और Vitamins का समृद्ध स्रोत
    Kodo में vitamin B6, niacin, folic acid और calcium, iron, magnesium, zinc जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हड्डियों की मजबूती और muscle और nerve functions को बेहतर बनाते हैं।

कैसे पकाएं और खाएं Kodo Millet?

  1. Soak करें:
    इसे upma या daliya जैसे व्यंजनों में इस्तेमाल करने से पहले 15-20 मिनट तक भिगोएं।
  2. Flour के रूप में इस्तेमाल करें:
    Kodo millet को पीसकर आटे में मिलाकर roti, biscuit, pasta आदि में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  3. Whole Form में:
    Kodo millet को साबुत पकाकर भी खाया जा सकता है, जो कि इसके सारे पोषक तत्व प्रदान करता है।

Kodo Millet से बने स्वादिष्ट व्यंजन

  • Kodo Millet Aloo Pockets: एक पौष्टिक evening snack के लिए ये pockets बेहतरीन विकल्प हैं।
  • Nachni Khakra: calcium से भरपूर यह snack बच्चों के लिए अच्छा विकल्प है।
  • Beet Kodo Millet Khichdi: फाइबर, magnesium और potassium से भरपूर यह स्वादिष्ट खिचड़ी lunch या dinner में खाई जा सकती है।

निष्कर्ष

Kodo millet में मौजूद पोषक तत्व और फायदे इसे हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। यह न केवल sugar control में मदद करता है बल्कि इसमें dietary fiber और antioxidants भी होते हैं। इसे विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों में शामिल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें, आहार में किसी भी चीज की मात्रा का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

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